सर्वोच्च अदालत के अधिवक्ता आए एकमंच पर
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बिजय कुमार जैन
श्री बिजय कुमार जैन ने अपने साढ़े तीन दशक के पत्राचार में एक बात को बहुत गंभीरता से अनुभव किया कि विदेशी दासता से ७० साल के निर्वासन के बाद भी, भरत की कोई संवैधानिक राष्ट्रभाषा नहीं है। श्री जैन का दृढ़ मत है कि ‘हिंदी’ भारत की सार्वभौमिक राष्ट्रीय भाषा की आधिकारिक भाषा है।
श्री बिजय कुमार जैन ने कई सामाजिक कार्य किए हैं और समाज सेवा के लिए प्रमुख परियोजनाओं पर काम कर रहे
हैं।
-हिंदी भारत की राष्ट्रीय भाषा बन गई
-साथ ही राजस्थानी भाषा
-पर्यावरण के लिए -जीनगम फाउंडेशन एनजीओ – नि: शुल्क नीम का वृक्षारोपण-
-शिक्षा के लिए शिक्षा
मैं भारत हूँ फाउंडेशन ने आयोजित किया भव्यातिभव्य कार्यक्रम ‘भारतीय प्रतिबिम्ब कल-आज और कल’
भारत का हो संवैधानिक एक ही नाम ‘इंडिया नहीं भारत ही है असली पहचान’
नई दिल्ली: ‘मैं भारत हूं फाउंडेशन’ व ‘नमह भारत फाउंडेशन’ द्वारा रविवार ७ अगस्त २०२२ को नई दिल्ली स्थित डॉ. आम्बेडकर इंटनेशनल सेंटर में ‘भारतीय प्रतिबिम्ब कल-आज और कल’ नामक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इस दौरान सभी आगंतुकों ने देश के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, राजनैतिक व सामाजिक महत्व का जिक्र करते हुए देश का एक ही नाम ‘भारत’ ही रहे इसकीr मांग की। परम श्रद्धेय प्रातः पूजनीय गोविंद देव गिरी जी (कोषाध्यक्ष श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट) ने वीडियो कांप्रâेंस के द्वारा सभा को संबोधित कर कार्यक्रम की सफलता के लिए आशीर्वाद ही नहीं दिया बल्कि यह भी कहा कि एक दिन विश्व में मां भारती जरूर कहेगी कि ‘मैं भारत हूँ’ केवल भारत!आजादी के ७५वें वर्ष पर देश भर में मनाये जा रहे ‘अमृत महोत्सव’ के उपलक्ष्य पर देश के गौरवशाली इतिहास की जानकारी देते हुए अपनी बात रखी, इस दौरान दैनिक ‘पंजाब केसरी’ की निर्देशक व वरिष्ठ नागरिक श्रीमती किरण चोपड़ा ने कहा कि यहां कोई मुम्बई से आया और कोई गुजरात से, लेकिन मैं ‘भारत’ से हूं, उन्होंने कहा कि जिस परिवार से मैं हूं उसके मायने ही ‘भारत’ है। अपने देश के लिए मर मिटना ‘भारत’ है। समर्पण, त्याग व बलिदान ‘भारत’ है।
हिंदी कल्याण ट्रस्ट
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यात्रा से शुरू होता है:
मीरा-भायंदर -न १९ जुलाई, २०१५ -न वापी, १९ जुलाई, २०१५ -न सूरत, १९ जुलाई, २०१५ -न अंकलेश्वर, २० जुलाई २०१५ -न वडोदरा, २० जुलाई, २०१५ -न अहमदाबाद, २० जुलाई, २०१५, न बछीवाड़ा २१ जुलाई २०१५ -न राजसमंद २१ जुलाई २०१५ -न सेवक शहीदी स्थल, उदयपुर, २२ जुलाई २०१५ -न जोधपुर, २२ जुलाई २०१५ -न डोंगरपुर, २३ जुलाई २०१५ -न नागौर, २३ जुलाई २०१५ – भरतिया स्कूल, लक्ष्मणगढ़, २३ जुलाई २०१५ -न करणी माताजी का देशवार मंदिर, २४ जुलाई, २०१५ -्न बीकानेर २४ जुलाई, २०१५